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Showing posts from March, 2017

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-37

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यादो की शाल ओढकर वो आवारा गरदियाँ कुछ यूँ भी गुजारी है हमने दिसम्बर की सर्दियाँ.,.!! आज फिर वो ख़फ़ा है.. खैर...कौन सा ये पहली दफा है.,.!! अरे बददुआये … किसी ओर के लिए रख, मोहब्बत का मरीज हूँ, खुद ब खुद मर जाऊँगा…!! रजाईयां नहीं हैं....उनके नसीब में... गरीब गर्म हौंसले ओढ़कर सो जाते हैं..!! रात भर महका कमर मेरा मोगरे की ख़ुश्बू से बहुत दिनों बाद मेरे ख्वाबों में तुम आये थे...!! ए दिसंबर तू भी मेरे जैसा ही है, आख़िरी में आता है सबको ख़याल तेरा,.,!! कौन कहता है वक़्त मरता नहीं हमने सालों को ख़त्म होते देखा दिसंबर में,.,!! याद-ए-यार का मौसम और सर्द हवाओं का आलम ऐ दिल जरा सम्हल के दिसंबर जा रहा है,.,!! ऐ दिल! चुप हो जा बस बहस ना कर उसके बिना साल गुजर गया "दिसंबर और गुजर जाने दे,.,!! काश के कोई मेरा अपना सम्भाल ले मुझको, बहुत थोड़ा रह गया हूँ में भी दिसंबर की तरह,.,!! एक और ईंट गिर गई दीवार-ए-जिंदगी से: नादान कह रहे हैं, नया साल मुबारक हो.,.!! तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन में क्या बैठ गया इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया,.,!! वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर, आदत इसकी भी आदमी सी है..!! ये साल ...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-36

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वो बस जाती है फकीरी में अक्सर , तहजीब दौलत की मोहताज नहीं होती,.,!! मुक़द्दर में लिखा कर लाएँ हैं हम दर-बदर फिरना परिंदे कोई मौसम हो परेशानी में रहते हैं,.,!! उनकी एक झलक पे ठहर जाती है नज़र....खुदाया कोई हमसे पुछे...दीवानगी क्या होती है ,.,!!! हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता,.,!! उसका काला टीका किसी सुदर्शन चक्र से कम नहीं.. माँ एक उंगली काजल से सारी बलायें टाल देती है..!! अजीब ज़माना आया हैं वो शख्स खफा सा लगता हैं , मैं दिल तो दे दूँ उस को मगर वो बेवफा सा लगता हैं .,.,!! जब से उस ने शहर को छोड़ा हर रस्ता सुनसान हुआ अपना क्या है सारे शहर का इक जैसा नुक़सान हुआ,.,!!! अपने जैसी कोई तस्वीर बनानी थी मुझे मिरे अंदर से सभी रंग तुम्हारे निकले,.,!!! ऐ बेख़ुदी ठहर कि बहुत दिन गुज़र गए मुझको ख़याल-ए-यार कहीं ढूँडता न हो,.,!! फुर्सत मिले अगर दूसरो से तो समझना मुझे ज़रूर तुम्हारी उलझनों का मै मुकम्मल इलाज हूँ.,.,!! एक रात आप ने उम्मीद पे क्या रक्खा है आज तक हम ने चराग़ों को जला रक्खा है,.,!! उम्र कैसे कटेगी 'सैफ़' यहाँ रात कटती नज़र नहीं आती,...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-35

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मैं शब्द तुम अर्थ, तुम बिन मैं व्यर्थ,.,!!! एक नाम क्या लिखा तेरा साहिल की रेत पर फिर उम्र भर हवा से मेरी दुश्मनी रही ,.,!! किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं अल्फ़ाज़ से भरपूर मगर ख़ामोश,.,!! आज तक उसकी मोहब्बत का नशा जारी है ,., फूल बाकी नहीं , खुशबू का सफर जारी है ,.,!!! ये मोबाइल के आशिक क्या समझें कैसे रखते थे खत में कलेजा निकाल के ,.,!! दिल को हम ढूँडते हैं चार तरफ़ और यहाँ आप लिए बैठे हैं ,.,!!. तबीअत अपनी घबराती है जब सुनसान रातों में हम ऐसे में तेरी यादों की चादर तान लेते हैं ,.,!! मैंने ही मैखाने को मैखाना बनाया, ओर मेरे ही मुक़द्दर में कोई जाम नहीं.,.!! जिसे मैं ढूँढ रहा था कभी किताबों में, वो बेनकाब हुआ आकर मेरे ही ख्वाबों में,.,!! कब ठहरेगा दर्द ऐ दिल कब रात बसर होगी सुनते थे वो आएँगे सुनते थे सहर होगी,.,!! सिर्फ़ इतना फ़ासला है ज़िंदगी से मौत का शाख़ से तोड़े गए गुल-दान में रक्खे रहे,.,!! दुआ देते हुए तुम को गुज़र जाएँगे दुनिया से, मिज़ाजों के क़लन्दर हैं हमें दुनिया से क्या लेना,.,!! उम्र कितनी मंजिलें तय कर चुकी... दिल जहां ठहरा ठहरा ही रह गया ...!! देखें क़रीब से भी तो अच्...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-34

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अगर मै खुद याद ना करू तो तुम पूछते भी नहीं और बातें यू करते हो जैसे सदियों से तलबगार हो मेरे ,.,!! जो सपने हमने बोए थे,नीम की ठंडी छाँवों में कुछ पनघट पर छूट गए,कुछ काग़ज़ की नावों में,.,!! चाहे जितने इम्तिहान ..आ वक़्त मेरे ले तू सदा अव्वल आने में माहिर तो हम भी हैं ,.,!!! बाद मरने के भी उसने छोड़ा न दिल जलाना फ़राज़ रोज़ फ़ेंक जाती है फूल साथ वाली कब्र पर,.,!! इलाज-ए-दर्द-ए-दिल तुमसे मसीहा हो नहीं सकता तुम अच्छा कर नहीं सकते, मैं अच्छा हो नहीं सकता,.,!! दिल में नफ़रत हो तो चेहरे पे भी ले आता हूँ बस इसी बात से दुश्मन मुझे पहचान गए,.,!! गिरजा में, मंदिरों में, अज़ानों में बट गया होते ही सुब्ह आदमी ख़ानों में बट गया ,.,!! वाकिफ़' तेरी आँखों की तारीफ़ कोई करता ही रहा, क्या ख़बर उसे, ये आँखें अन्धी हैं, किसी के इश्क़ में..!! अब उसकी शक्ल भी मुश्किल से याद आती है वो जिसके नाम से होते न थे जुदा मेरे लब ,.,!! इश्क़ और तबियत का कोई भरोसा नहीं.. मिजाज़ से दोनों ही दगाबाज़ है, जनाब...!! मुझे मालूम है मेरा मुक़द्दर तुम नहीं... लेकिन.... मेरी तक़दीर से छुप कर मेरे इक बार हो जाओ..!! सारी दुनिया खामोश,., बस त...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-33

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एक पल में वहाँ से हम उठे बैठने में जहाँ ज़माने लगे ,.!! यारो... कितने सालों के इंतज़ार का सफर खाक हुआ,. उसने जब पूछा...कहो कैसे आना हुआ,.,!! अभी अरमान कुछ बाक़ी हैं दिल में मुझे फिर आज़माया जा रहा है ,.,!! सारी दुनिया के हैं वो मेरे सिवा मैंने दुनिया छोड़ दी जिन के लिये,.,!! कुछ तुम्हारी निगाह काफ़िर थी कुछ मुझे भी ख़राब होना था ,.,!! ज़माना हो गया ख़ुद से मुझे लड़ते-झगड़ते मैं अपने आप से अब सुल्ह करना चाहता हूँ,.,!! किस तरह जमा कीजिए अब अपने आप को काग़ज़ बिखर रहे हैं पुरानी किताब के,.,!! रात फिर अपना जादू चलाने लगी है, मेरा बर्बाद होना बाकी है अभी शायद,.,!! ये बेवफाओ का शहर है ग़ालिब दिल संभाल के रखना अभी नये आये हो न...!! हो मुख़ातिब तो कहूँ क्या मर्ज़ है मेरा; अब तुम ख़त में पूछोगे, तो ख़ैरियत ही कहेंगे..!! तोड दिये सारे आईने अपने घर के मैने इश्क मे ठुकराए लोग मुझसे देखे नही जाते,.,!! वो जो तुमने एक दवा बतलाई थी ग़म के लिए, ग़म तो ज्यूं का त्यूं रहा बस हम शराबी हो गये !! कई जवाबों से अच्छी है ख़ामुशी मेरी न जाने कितने सवालों की आबरू रक्खे,.,!! ग़ैर को आने न दूँ, तुमको कहीं जाने न दूँ काश...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-32

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ये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता एक ही शख़्स था जहान में क्या,.,!! बुत-ख़ाना तोड़ डालिए मस्जिद को ढाइए दिल को न तोड़िए ये ख़ुदा का मक़ाम है,.,!! जो भी कुछ अच्छा बुरा होना है जल्दी हो जाए शहर जागे या मिरी नींद ही गहरी हो जाए,.!! यूँ ही जंग कभी जीती नहीं जा सकती क़दम अपना मैदान में रखना पड़ता है,.!! मकतब-ए-इश्क़ का दस्तूर निराला देखा उस को छुट्टी न मिली जिस को सबक़ याद हुआ,.,!! नींद तो दर्द के बिस्तर पे भी आ सकती है उन की आग़ोश में सर हो ये ज़रूरी तो नहीं,.,!! अब ये आलम है कि मेरी ज़िंदगी के रात दिन सुब्ह मिलते हैं मुझे अख़बार में लिपटे हुए,.,!! साए ढलने चराग़ जलने लगे लोग अपने घरों को चलने लगे,.,!! हँस के मिलता है मगर काफ़ी थकी लगती हैं उस की आँखें कई सदियों की जगी लगती हैं,.,!! देखा है ज़िंदगी को कुछ इतने क़रीब से चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से,.,!! हर गली कूचे में रोने की सदा मेरी है शहर में जो भी हुआ है वो ख़ता मेरी है,.,!! जहाँ रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा किसी चराग़ का अपना मकाँ नहीं होता,.,!! मुझे दुश्मनों से भी खुद्दारी की उम्मीद रहती है सर किसी का भी हो क़दमो में अच्छा नहीं लगता,.,!! त...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-31

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कितना कुछ जानता होगा वो शख्स मेरे बारे में, मेरे मुस्कुराने पर भी जिसने पूछ लिया की तुम उदास क्यों हो? जिस्म से होने वाली मुहब्बत का इज़हार आसान होता है, रुह से हुई मुहब्बत को समझाने में ज़िन्दगी गुज़र जाती है !! तजुर्बे ने एक ही बात सिखाई है , नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है !! एक चाहने वाला ऐसा हो, जो बिलकुल मेरे जैसा हो !! लूट लेते हैं अपने ही, वरना गैरों को क्या पता इस दिल की दीवार कमजोर कहाँ से है !! मुझको मालुम था कि मेरी कमी तुझको महसुस होगी, युं ही नही था महफिल में तेरा बार बार नजरें घुमाना,.,!! लगता है गुजर जायेगा ये मौसम भी मोह्हबत का... मुझको तोहफे में तन्हाईयां देकर..!! किसी को अपने अमल का हिसाब क्या देते सवाल सारे ग़लत थे जवाब क्या देते,.,!! लफ्ज़-ए-तसल्ली तो इक तक़ल्लुफ़ है साहिब, जिसका दर्द, उसी का दर्द; बाक़ी सब तमाशाई,.!! ये और बात कि आँधी हमारे बस में नहीं मगर चराग़ जलाना तो इख़्तियार में है,.,!! एक दिन दोनों ने अपनी हार मानी एक साथ एक दिन जिससे झगड़ते थे उसी के हो गए,.,!! उन दिनों घर से अजब रिश्ता था, सारे दरवाज़े गले लगते थे,.,!! ख़्वाबों से न जाओ कि अभी रात बहुत...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-30

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जाने कितने झूले थे फाँसी पर,कितनो ने गोली खाई थी. 🙏 क्यो झूठ बोलते हो साहब, कि चरखे से आजादी आई थी. इस दुनिया ने मेरी वफ़ा का कितना ऊँचा मोल दिया,, बातों के तेजाब में सदैव, मेरे मन का अमृत घोल दिया,,,!! जिसे पूजा था हमने वो तो ख़ुदा ना हो सका, हम ही इबादत करते करते फ़क़ीर हो गये.,.,!! मंदिरों में आप ,मनचाहे भजन गाया करें, मयकदा है ये यहाँ तहज़ीब से आया करें,.,!!! औरतें काम पे निकली थीं बदन घर रख कर ~ जिस्म ख़ाली जो नज़र आए तो मर्द आ बैठे..!! आँख खोली तो दूरियाँ थीं बहुत आँख मीची तो फ़ासला न रहा,.,!! सुलगती प्यास ने कर ली है मोर्चा-बंदी इसी ख़ता पे समुंदर ख़िलाफ़ रहता है,.,!! बस अंधेरे ने रंग बदला है दिन नहीं है सफ़ेद रात है ये,.,!! तुम समुंदर की रिफ़ाक़त पे भरोसा न करो तिश्नगी लब पे सजाए हुए मर जाओगे,.,!! वो कह कर चले गए कि- कल से भूल जाना हमें, हमने भी सदियों से आज को रोक रख्खा है!! दो निवालों के लिए दोहरे हुए बदन,., उफ़ ! मंज़र ये और देखा तो ज़हर खाना पड़ेगा,.,!! अब तक शिकायतें हैं दिल-ए-बद-नसीब से एक दिन किसी को देख लिया था क़रीब से,.,!! मैं बदलते हुए हालात में ढल जाता हूँ देखने वाले अ...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-29

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नतीजा एक सा निकला दिमाग और दिल का कि दोनों हार गए तुम्हारे इश्क में.,.!! डायरी के आखिर में नाम लिखा जो तुम्हारा सभी पन्नो में कानाफूसी शुरू हो गयी !! तारीखों मे बँध गया है अब इजहार-ए-मोहब्बत भी.. रोज़ प्यार जताने की अब किसी को फुरसत कहाँ..!! जख्मों के बावजूद मेरा हौसला तो देख, तुम हँसे तो मैं भी तेरे साथ हँस दी...!! पता नही कब जाएगी तेरी लापरवाही की आदत.... पागल कुछ तो सम्भाल कर रखती मुझे भी खो दिया....!! अपनी आँखों से निचोड़ूँगा किसी रोज़ उसे करता रहता है बहुत मुझ से किनारा पानी,.,!!! ये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता एक ही शख्स था जहाँ मे क्या..!! नींद आए या ना आए, चिराग बुझा दिया करो, यूँ रात भर किसी का जलना, हमसे देखा नहीं जाता....!! देखने वाला कोई मिले तो दिल के दाग़ दिखाऊँ ये नगरी अँधों की नगरी किस को क्या समझाऊँ,.,!! खाली-सा पिंजरा लिए फिरता है... एक नन्हा-सा परिंदा सड़कों पर!! वो गली हमसे छूटती ही नहीं क्या करें आस टूटती ही नहीं ,.,!! एक परिंदा रोज टकराता है मेरे घर के खिडकियों के शीशों से जरूर इस इमारत की जगह कोई दरख्त रहा होगा !! तुम भीगने का वादा तो करो जान... बारिश मैं लेकर आऊंग...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-28

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जो गुज़ारी न जा सकी हम से हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है,.,!! Jo na gujaari na ja saki hamse Hamne wo jindagi gujari hai मेरी बाँहों में बहकने की सज़ा भी सुन ले अब बहुत देर में आज़ाद करूँगा तुझ को,.,!! Meri bahon me bahkane ki saja bhi sun le Ab bahut der me azaad karu ga tujhko सब से पहले दिल के ख़ाली-पन को भरना पैसा सारी उम्र कमाया जा सकता है,.,!! Sabse pahle dil ke khalipan ko bharna Paisa sari umra kamaya ja sakta hai बहाना कोई तो दे ऐ जिंदगी ,., के जीने के लिए मजबूर हो जाऊं ,.,!! Bahana koi to de ae jindagi Ke jeene ke liye majboor ho jau सहमा सहमा डरा सा रहता है जाने क्यूँ जी भरा सा रहता है,.,!! Sahma sahma dara sa rahta hai Jane kyun jee bhara sa rahta hai पूछा जो हुस्न क्या है जवानी क्या चीज़ है, हर- शख्स -की ज़ुबाँ पे तेरा नाम आ गया,.,!! Poochha jo husn kya hai? Jawani kya cheej hai? Har shaksh ki juban pe tera naam aa gaya उसे सोने की ज़ंजीरों से बँधना अच्छा लगता है, मेरी चाहत के धागों से कहाँ वो शख्स बँधता है,.,!! Use sone ki janjeeron me bandhna achha lagta hai Meri chahat ke ...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-27

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हम पे इलजाम ऐसे भी है वैसे भी, हम तो बदनाम ऐसे भी हैं वैसे भी..!! आप अगर सत्य का साथ नहीं दे सकते, तो फिर आप किसी का भी साथ नहीं दे सकते...!! लोग तेरा जुर्म देखेंगे, सबब देखेगा कौन? यहाँ सब प्यासे हैं, तेरे खुश्क लब देखेगा कौन? रंग लाती हो कहाँ से, ये बता दो, तितलियों ज़िन्दगी में हम भी, कुछ अब ,रंग तो भरते चलें !! माना कि औरों के जितना पाया नहीं, पर खुश हूँ कि स्वयं को गिरा कर कुछ उठाया नहीं,.,!! ना जाने केसे इम्तिहान ले रही है ज़िन्दगी आजकल मुक़दर ️मोहब्बत ओर दोस्त..तीनों नाराज़ रहते है,.,!! आजकल बादलों के भी, ना जाने कौन से ख्वाब टूटे हैं कम्बख्त सारा दिन बरसते रहते हैं, उसी के शहर में,.,!! शाम-ए-फ़िराक़ अब न पूछ आई और आ के टल गई दिल था कि फिर बहल गया जाँ थी कि फिर सँभल गई,.,!! दिल मुझे उस गली में ले जा कर और भी ख़ाक में मिला लाया,.,!! तुम भूल कर भी याद नहीं करते हो कभी हम तो तुम्हारी याद में सब कुछ भुला चुके फिर उस ने छेड़ दी हैं ऐसी कुछ दिलचस्प बातें हम अपने मसअले को भूल कर बैठे हुए हैं,.,!! ये और बात कि बाज़ी इसी के हाथ रही वगर्ना फ़र्क़ तो ले दे के एक चाल का था,.,!! करता ही जाऊँ...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-26

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न मंज़िलों को न हम रहगुज़र को देखते हैं अजब सफ़र है कि बस हम-सफ़र को देखते हैं,.!! मेरे सुर्ख़ लहू से चमकी कितने हाथों में मेहंदी शहर में जिस दिन क़त्ल हुआ मैं ईद मनाई लोगों ने...!! ज़िंदगी तुझ से हर इक साँस पे समझौता करूँ शौक़ जीने का है मुझ को मगर इतना भी नहीं,.,!! और क्या देखने को बाक़ी है आप से दिल लगा के देख लिया...!! आँखों में छलकते हैं आँसू दिल चुपके चुपके रोता है वो बात हमारे बस की न थी जिस बात की हिम्मत कर बैठे,.,!! हर एक शख़्स भटकता है तेरे शहर में यूँ किसी की जेब में जैसे तेरा पता ही न हो,.,!! ज़िंदगी ज़िंदा-दिली का है नाम मुर्दा-दिल ख़ाक जिया करते हैं,.,!!! कभी खोले तो कभी ज़ुल्फ़ को बिखराए है ज़िंदगी शाम है और शाम ढली जाए है,.,!! बिखरा दी वहीं ज़ुल्फ़ ज़रा रुख़ से जो सरकी क्या रात ढले रात वो ढलने नहीं देते,.,!! तुम ने किया न याद कभी भूल कर हमें हम ने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया,.!! रुकावटें तो ज़िन्दा इन्सान के हिस्से में ही आती हैं; अर्थी के लिए तो सब रास्ता छोड़ देते हैं,.,!! फुर्सत नहीं देती ये जिंदगी ……. चंद लम्हों में दर्द समेटे बैठे हैं,.,!! एक होने नहीं देती ह...

Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-25

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कुछ न था मेरे पास खोने को तुम मिले हो तो डर गया हूँ मैं,.,!! Kuchh na tha mere pas khone ko Tum mile ho to dar gaya hu main तितलियाँ उड गईं लौटा के मुहब्बत मेरी, मैं ने भी छोड दिया रंगों को सादा कर के !! Titaliyan ud gayi lauta ke mohabbat meri Maine bhi chhod diya rango ko sada karke रफ़्ता रफ़्ता धड़कनों से रूह का नाता छूटा हैं, इस खामोश मोहब्बत में दिल बड़े शोर से टूटा हैं,.,!! Rafta rafta dhadkano se rooh ka naata chhoota hai Is khamosh mohabbat me dil bade shor se toota hai कोशिश बहुत की के राज़-ए-मोहब्बत बयाँ न हो पर मुमकिन कहां है के आग लगे और धुआँ न हो,.,!! Koshish bahot ki ke raj-e-mohabbat bayan na ho Par kahan mumkin hai ke aag lage aur dhuan na ho बस एक ही ख्वाब देखा है कई बार मैंने ,., तेरी साड़ी में उलझी हैं चाभियां मेरे घर की ,.,!! Bas ek hi khwaab dekha hai kai baar maine Teri saadi me ulajhi hain chabhiyan mere ghar ki इश्क़ उदासी के पैग़ाम तो लाता रहता है दिन रात लेकिन हम को ख़ुश रहने की आदत बहुत ज़ियादा है,.,!! Ishq udaasi ke paigaam to lata rahta hai din raat Lekin h...