Hindi SMS, Royal (Nawabi) Urdu Sher, 2 Liners, Shayri, Kavita, Ghazal, Shayri Collection in Hindi Font Part-24

हमें पसंद नहीं जंग में भी मक्कारी जिसे निशाने पे रक्खें बता के रखते हैं,.,!! Hame pasand nahi jang me bhi makkari Jise bhi nishane pe rakhe bata ke rakhte hain ज़िंदगी दी हिसाब से उस ने और ग़म बे-हिसाब लिक्खा है,.,!! Jindagi di hisaab se usne Aur gam behisab likha hai जो सुनना चाहो तो बोल उट्ठेंगे अँधेरे भी न सुनना चाहो तो दिल की सदा सुनाई न दे,.,!! कैसे मंज़र सामने आने लगे हैं गाते गाते लोग चिल्लाने लगे हैं.,,!! टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया,., वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सीखने आया करती थी,.,!! मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ... वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी...!! मेरे दिल❤️से खेल तो रहे हो तुम पर.. जरा सम्भल के... ये थोडा टूटा हुआ है कहीं तुम्हे ही लग ना जाए..!! समय बहाकर ले जाता है, नाम और निशां, लेकिन कोई "हम " में रह जाता है, तो कोई "अहम् " में,.,!! अगर किसी रानी को राजा ना मिल रहा हो... तो बता दु बचपन में माँ मुझे राजा बेटा बुलाती थी,.,!! मेरी बाँहों में बहकने की सज़ा भी सुन ले अब बहुत देर में आज़ाद करूँगा तुझ को,.,!! हद है अपनी त...